Now the heart of Delhi does not beat for hockey

अब हॉकी के लिए नहीं धड़कता दिल्ली का दिल।

क्लीन बोल्ड/ राजेंद्र सजवान कुछ साल पहले तक दिल्ली के शिवाजी स्टेडियम में हॉकी के मेले लगते थे। देश के बड़े छोटे खिलाड़ी अपने जौहर दिखाने के लिए जुटते थे । लेकिन अब दिल्ली के शिवाजी और ध्यान चंद नेशनल स्टेडियम वीरान पड़े हैं। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि भारतीय हॉकी के ठेकेदारों को दिल्ली …

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