MI vs DC

मुंबई इंडियन्स बनाम दिल्ली कैपिटल्स : दिल्ली की निगाह पहली बार फाइनल में पहुंचने पर

दुबई। मुंबई इंडियन्स और दिल्ली कैपिटल्स ने यूएई में चल रहे आईपीएल से पहले इस टी20 टूर्नामेंट में एक दूसरे के खिलाफ 12-12 मैच जीते थे। मुंबई ने वर्तमान टूर्नामेंट के लीग चरण में दोनों मैच जीतकर अपना रिकार्ड बेहतर कर दिया लेकिन गुरुवार को जब ये दोनों टीमें आईपीएल के पहले क्वालीफायर में आमने सामने होंगी तो रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम को इस रिकार्ड के दम पर नहीं बल्कि अपने अच्छे प्रदर्शन के बलबूते पर जीत दर्ज करनी होगी क्योंकि दिल्ली की टीम पहली बार फाइनल में जगह बनाने के लिये बेताब है।

दिल्ली की टीम चार मैचों में हार के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर पर छह विकेट की जीत से अंकतालिका में शीर्ष दो में जगह बनाने में सफल रही थी। मुंबई की टीम पहले ही अपना शीर्ष स्थान तय कर चुकी थी इसलिए उसने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ अपने दोनों प्रमुख तेज गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह और ट्रेंट बोल्ट को नहीं उतारा। इस मैच में मुंबई 10 विकेट से हार गया। इससे यह भी जाहिर हो गया कि उनकी टीम गेंदबाजी में बुमराह और बोल्ट पर कितना निर्भर है।

बुमराह और बोल्ट ही नहीं हार्दिक पंड्या भी दिल्ली के खिलाफ मैच में वापसी करेंगे लेकिन पिछले मैच में मुंबई के बल्लेबाज भी नहीं चल पाये थे। वे इस मैच को भुलाकर दिल्ली का सामना करने उतरेंगे। कप्तान रोहित शर्मा ने हैमस्ट्रिंग की चोट से उबरकर वापसी की है जो कि मुंबई के लिये अच्छी खबर है। उनके शीर्ष क्रम में रोहित के अलावा क्विंटन डीकाक, सूर्यकुमार यादव और इशान किशन ने अच्छा प्रदर्शन किया है। इसके बाद कीरेन पोलार्ड, हार्दिक और क्रुणाल पंड्या ने अच्छी जिम्मेदारी निभायी है।

दिल्ली के बल्लेबाज निरंतर एक जैसा प्रदर्शन नहीं कर पाये हैं। उसकी टीम एक या दो बल्लेबाजों पर निर्भर रही है और यही वजह है कि उसे लगातार चार मैच गंवाने पड़े थे। पृथ्वी शॉ और ऋषभ पंत की जितनी हवा बनायी गयी थी, वह वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाये हैं। शिखर धवन अच्छी फार्म में हैं लेकिन पिछले कुछ मैचों में वह भी नहीं चल पाये थे। अजिंक्य रहाणे ने पिछले मैच में 60 रन बनाये लेकिन कप्तान श्रेयस अय्यर ने जिस तरह का प्रदर्शन शुरुआती मैचों में किया था वैसा वह बाद के चरण में नहीं करे पाये। शिमरोन हेटमेयर और मार्कस स्टोयनिस का प्रदर्शन भी अच्छा नहीं रहा है।

कागिसो रबादा और एनरिच नोर्त्जे ने हालांकि अब तक बहुत अच्छी गेंदबाजी की है जबकि आर अश्विन और अक्षर पटेल ने स्पिन विभाग में बेहतर प्रदर्शन किया है। दिल्ली को वैसे तीसरे तेज गेंदबाज की कमी खल रही है।

दिल्ली की टीम अभी तक कभी आईपीएल फाइनल में जगह नहीं बना पायी। उसे इस बार इसके दो मौके मिलेंगे लेकिन वह अगले मैच पर निर्भर नहीं रहना चाहेगी। मुंबई और दिल्ली के बीच मैच की विजेता टीम फाइनल में पहुंचेगी जबकि हारने वाली टीम आरसीबी और हैदराबाद के बीच होने वाले एलिमिनेटर के विजेता से भिड़ेगी।

दिल्ली का आईपीएल में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2009, 2012 और 2019 में रहा जब टीम तीसरे स्थान पर रही थी। दूसरी तरफ मुंबई चार बार का चैंपियन है। उसने पिछले साल भी ट्राफी जीती थी।

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