Interesting story of two Test centuries made on 26 January

छब्बीस जनवरी को बने दो टेस्ट शतकों की रोचक कहानी

भारत का गणतंत्र दिवस यानि 26 जनवरीभारत 1950 में गणतंत्र बना लेकिन यहां पर केवल 26 जनवरी को ध्यान में रखकर एक रोचक और दिलचस्प आंकड़े का जिक्र किया जाएगा। इस दिन भारत के केवल दो बल्लेबाजों ने टेस्ट मैचों में शतक लगाया लेकिन इन दोनों शतकों में गजब की समानता है।

26 जनवरी को टेस्ट मैचों में शतक पूरे करने वाले इन दोनों खिलाड़ियों के नाम अंग्रेजी के अक्षर ‘वी’ से शुरू होते हैं। इन दोनों ने एक देश आस्ट्रेलिया के खिलाफ यह शतक लगाया। मैदान भी एक ही था एडिलेड ओवल। दोनों ने टेस्ट मैच के तीसरे दिन शतक पूरा किया। यह इन दोनों का टेस्ट मैचों में पहला शतक था। और इससे भी बढ़कर दोनों ने एक समान 116 रन बनाये। दोनों ने भारत की पहली पारी में यह स्कोर बनाया। एडिलेड ओवल में दोनों बार श्रृंखला का चौथा टेस्ट मैच खेला गया था। भारत 64 साल के अंतराल में खेले गये इन दोनों मैचों में बड़े अंतर से हार गया था।

विजय हजारे और विराट कोहली: 26 जनवरी को टेस्ट शतक लगाने वाले भारतीय

ये क्रिकेटर हैं अपने जमाने के बेहतरीन बल्लेबाज विजय हजारे और वर्तमान समय में भारतीय क्रिकेट की धड़कन विराट कोहली। संयोग से हजारे 26 जनवरी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतक पूरा करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज थे। उन्होंने भारत के गणतंत्र बनने से दो साल पहले यानि 1948 को अपने टेस्ट करियर का पहला शतक पूरा किया था। आस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पारी सात विकेट पर 674 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी।

महान डान ब्रैडमैन ने 201 रन की पारी खेली थी। भारत की पहली पारी 24 जनवरी को शुरू हो गयी थी,लेकिन 25 जनवरी विश्राम का दिन था और इस तरह से हजारे मैच के तीसरे दिन यानि 26 जनवरी को क्रीज पर उतरे और दिन के आखिर में 108 रन बनाकर नाबाद रहे। वह आखिर में 116 रन बनाकर पगबाधा आउट हुए। यह हजारे का टेस्ट मैचों में पहला शतक था। इससे पहले उनका उच्चतम स्कोर 44 रन था।

दत्तू फडकर ने भी 123 रन बनाये लेकिन उन्होंने अपना शतक 27 जनवरी को पूरा किया था। भारतीय टीम इसके बावजूद 381 रन ही बना सकी और उसे फालोआन करना पड़ा। हजारे ने दूसरी पारी में भी 145 रन बनाये थे लेकिन वह भारत को पारी और 16 रन से हारने से नहीं बचा पाये थे।

अब चर्चा करते हैं विराट कोहली के शतक। कोहली ने 26 जनवरी 2012 को अपने टेस्ट करियर का पहला शतक लगाया था। आस्ट्रेलिया ने 1948 वाले मैच की तरह टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी सात विकेट पर 604 रन बनाकर समाप्त घोषित की। रिकी पोंटिंग और माइकल क्लार्क दोनों ने दोहरे शतक लगाये।

अब टेस्ट मैचों में विश्राम का दिन नहीं होता लेकिन मैच 24 जनवरी से शुरू हुआ था इसलिए कोहली को मैच के तीसरे दिन यानि 26 जनवरी को क्रीज पर उतरने का मौका मिला। कोहली आखिर में 116 रन बनाकर पगबाधा आउट हुए। इससे पहले कोहली का टेस्ट मैचों में उच्चतम स्कोर 75 रन था।

भारत का कोई भी अन्य बल्लेबाज नहीं चला और पूरी टीम 272 रन पर लुढक गयी। आस्ट्रेलिया ने इस बार फालोआन नहीं दिया लेकिन आखिर में वह 298 रन के बड़े अंतर से जीत दर्ज करने में सफल रहा।

ये था भारतीय बल्लेबाजों के 26 जनवरी को लगाये गये टेस्ट शतकों का किस्सा।

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