cricket killing other sports in india

क्रिकेट इसलिए क्योंकि बाकी खेल अंडरग्राउंड हैं!

क्लीन बोल्ड /राजेंद्र सजवान

Cricket killing other sports in India – sajwansports को पसंद करने और हमारी टीम का मनोबल बढाने के लिए आप सब का तहेदिल से धन्यवाद। हमारी कोशिश और बेहतर करने और अपने पाठकों की रूचि को ध्यान में रखना है।

जैसा कि हम बार बार कहते रहे हैं कि देश में उपेक्षित पड़े खेलों, खिलाड़ियों और खेल गतिविधियों को बढ़ावा देना हमेशा हमारी प्राथमिकता रहेगी फिर भी हमारे कुछ पाठकों को यह शिकायत है कि क्रिकेट को ज़्यादा बढ़ावा दिया जा रहा है, जोकि सही नहीं है।

बेशक, क्रिकेट से जुड़ी खबरें अधिकाधिक छ्प रही हैं पर इसमें हमारी कोई ग़लती नहीं है और ना ही हम जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं। आप जानते ही हैं कि क्रिकेट के लिए खुला मैदान है।उसके लिए छपने छपाने की कोई कमी नहीं है।

देश के तमाम समाचार पत्र पत्रिकाएँ, सोशल मीडिया और टीवी चैनल उस पर मेहरबान है|। यह सिलसिला दशकों से चल रहा है। क्रिकेट को लेकर बाकी खेलों, खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों की सोच के बारे में भी आप भली भाँति परिचित हैं।

लेकिन क्रिकेट को ज़्यादा से ज़्यादा स्थान देना हमारी मज़बूरी है। चूँकि महामारी के चलते यदि भारत में किसी खेल ने पूरे सुरक्षा इंतज़ामों के साथ मैदान में उतरने का साहस दिखाया है तो वह क्रिकेट ही है।

भारत में आईपीएल संभव नहीं हो पाया तो आयोजक प्रायोजकों और खिलाड़ियों ने यूएई में खेलने की हामी भरी और फिलहाल सब कुछ ठीक ठाक चल रहा है। लेकिन अन्य भारतीय खेलों के साथ ऐसा नहीं है। उनमें से ज्यादातर तो कोर्ट कचहरी में लड़ भिड़ रहे हैं।

जहाँ एक ओर पूरा भारत नियम क़ानूनों और हिदायतों को ठेंगा दिखा सड़क पर उतर आया है, नेता अपने हज़ारों समर्थकों के साथ रैलियों में मस्त हैं तो खिलाड़ी चारदीवारियों में क़ैद होकर रह गए हैं।

ओलंपिक खेल हों या पारंपरिक खेल सभी कोरोना की वैक्सीन के भरोसे बैठे हैं, जोकि आते आते रह जाती है। चूँकि खिलाड़ी प्रतियोगिता और प्रतिस्पर्धा से दूर हैं तो फिर खेलों की खबर कैसे छापी जा सकती है?

यह सही है कि बॉडी कान्टेक्ट वाले खेलों में कोरोना के चलते खेल संभव नहीं हैं। ख़तरे को जानते हुए भी तमाम एहतियात के साथ दुनिया भर के खिलाड़ियों ने टोक्यो ओलंपिक की तैयारी शुरू कर दी है। लेकिन भारत में बाकी खेल और खिलाड़ी जैसे अंडरग्राउंड हो गए हैं। बड़े-छोटे महानगरों में सिर्फ़ क्रिकेट खेली जा रही है।

ऐसी स्थिति में हम चाहते है कि अन्य खेल अपने खेल से जुड़े रोचक प्रसंग, खेल उपलब्धियाँ, ओलंपिक की तैयारी और अन्य जानकारी हमारे साथ शेयर करें। आप अपने लेख मेल कर सकते हैं, जिसे हम समुचित स्थान देंगे।

sajwansports@gmail.com
rajendersajwan@rediffmail.com

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *